हिन्द संबाद आसनसोल: 2021 में पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं उसको लेकर अभी से राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ने लगी हैं भाजपा, तृणमूल कांग्रेस के 10 साल के शासन को खात्मे के लिए काफी बड़े दांव लगा रही है इसी क्रम में बर्धमान में भाजपा के राष्ट्रिया अध्यछ जेपी नड्डा ने एक रोड सोके बाद विशाल जनसभा को सम्बोधित किया सम्बोधित कर कारकार्ताओ से आह्वान किया की 2021 में होने वाले राजनीतिक मैच 5-0 से जीतना चाहती है भाजपा कारकर्ता तैयार रहे चुनावी जंग के लिए । 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 42 संसदीय क्षेत्रों में से 18 पर जीत दर्ज की थी और वह पिछले कुछ वर्षों में यहां तृणमूल कांग्रेस की मुख्य प्रतिद्वंद्वी पार्टी बनकर उभरी है। 2020 कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में ही बीत गया लेकिन 2021 में जिन राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं उसको लेकर अभी से राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ने लगी हैं। पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, असम, केरल और पुडुचेरी विधानसभाओं के कार्यकाल 2021 में अप्रैल से जून के बीच खत्म होंगे। इन राज्यों की सत्ता हासिल करने के लिए राजनीतिक दलों ने तो अभी से एड़ी-चोटी का जोर लगाना शुरू कर ही दिया है साथ ही चुनाव आयोग भी तैयारियों में व्यस्त हो गया है।पश्चिम बंगाल में राजनीतिक पारा चढ़ा हुआ है और यहां भाजपा, तृणमूल कांग्रेस के 10 साल के शासन को खत्म करने के लिए काफी बड़े दांव लगा रही है। 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 42 संसदीय क्षेत्रों में से 18 पर जीत दर्ज की थी और वह पिछले कुछ वर्षों में यहां तृणमूल कांग्रेस की मुख्य प्रतिद्वंद्वी पार्टी बनकर उभरी है। वहीं अगर असम की बात करें तो सत्तारूढ़ भाजपा का सीधे तौर पर मुकाबला कांग्रेस के साथ है जबकि तमिलनाडु की राजनीति सुपरस्टार रजनीकांत की घोषणा के बाद काफी दिलचस्प हो गई है। राज्य में पारंपरिक तौर पर मुकाबला द्रमुक और अन्नाद्रमुक के बीच रहा है लेकिन रजनीकांत ने घोषणा की है कि वह चुनाव लड़ने के लिए पार्टी का गठन करेंगे। केरल में तो मुकाबला माकपा के नेतृत्व वाले सत्तारुढ़ एलडीएफ और कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूडीएफ के बीच है।मिडिया के खास साप्ताहिक कार्यक्रम ‘चाय पर समीक्षा’ में इन राज्यों के वर्तमान राजनीतिक हालात और राजनीतिक दलों की तैयारियों का विश्लेषण किया गया।भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा एक बार फिर से पश्चिम बंगाल (West Bengal) की सरजमीं पर पहुंच गए हैं। पिछले महीने नड्डा के काफिले पर हमले के बाद राजनीति गरमा गई थी। शनिवार को बर्द्धमान जिले में पहुंचे नड्डा ने राधा गोविंद मंदिर में दर्शन के साथ अभियान की शुरुआत की। इसके बाद जनसभा को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी सरकार पर चुन-चुन कर हमले किए।एक दिन के दौरे पर आए नड्डा 11 बजे बर्द्धमान पहुंचे। कटवा के पास प्रसिद्ध श्री राधा गोविंद मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद उन्होंने जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा, ‘इस सरकार में शारदा घोटला, चिटफंड घोटाला जाने कौन-कौन सा घोटाला हुआ है। भ्रष्टाचार का बोलबाला है। अंत्येष्टि के लिए भी कटमनी ली जा रही है।’ ममता के भतीजे अभिषेक बनर्जी का नाम लिए बगैर निशाना साधते हुए नड्डा ने कहा कि अब नए राजकुमार धन बटोर रहे हैं।उन्होंने कहा, ‘इस जनसभा के लोग साबित कर रहे हैं कि ममता दीदी का जाना अब निश्चित है और भाजपा सरकार का आना निश्चित है। पश्चिम बंगाल में, हम केंद्र में एक किसान सम्मान कोष लॉन्च करेंगे। भाजपा किसानों के साथ मिलकर बदलाव लाएगी। बंगाल की जनता भाजपा को चाहती है। जब हम सत्ता में आएंगे, तो किसानों का विकास होगा।’उन्होंने कहा, ‘आज मैंने कृषक सुरक्षा अभियान की शुरुआत की है। एक मुट्ठी चावल जो मैंने किसानों से दान लिया है और आगे जाकर गांव में भी मैं उनसे दान लेने वाला हूं। इस तरह से आज से लेकर 24 तारीख तक हमारे कार्यकर्ता चालीस हजार ग्राम सभाओं में जाकर किसानों से अन्न लेंगे। हमारे कार्यकर्ता दुर्गा मां की सौगंध खाएंगे कि उनकी लड़ाई भाजपा का कार्यकर्ता लड़ेगा। हमारी सरकार आएगी तो कृषक की लड़ाई लड़ कर पश्चिम बंगाल में उन्हें न्याय दिलाने का काम भाजपा की सरकार करेगी।’बीजेपी के ‘एक मुट्ठी चावल संग्रह’ कार्यक्रम के तहत 2021 विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी राज्य के 73 लाख किसानों के घर-घर पहुंचेगी। बीजेपी नेताओं का कहना है कि ‘एक मुट्ठी चावल संग्रह’ अभियान भाजपा के लिए किसानों की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करता है।
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2021 में होने वाले राजनीतिक मैच 5-0 से जीतना चाहती है भाजपा कारकर्ता तैयार रहे चुनावी जंग के लिए
- HIND SAMBAD
- January 10, 2021
- 5:05 pm