हिन्द संबाद आसनसोल । आसनसोल मंडल रेलवे प्रबंधक कार्यालय के मुख्य गेट के पास तीन सूत्री मांगों को लेकर एक दिवसीय भूख हड़ताल पर बैठा। गुरुवार को संपूर्ण भारत वर्ष के 35000 स्टेशन मास्टर तीन सूत्री मांगों को लेकर के बीते 7 अक्टूबर से संघर्षरत है। इस मौके पर आसनसोल मंडल कार्यकारणी कमेटी के डीएस धर्मेंद्र कुमार ने कहा कि रेलवे बोर्ड पत्र संख्या 83/2020 दिनांक 29 सितंबर 2020 नाइट ड्यूटी एलाउंस सीलिंग लिमिट 43600 नाइट ड्यूटी की गणना करने के लिए अब बेसिक पे 43600 के आधार पर ही की जाएगी एवं अन्य दो मांगों को लेकर इसके विरोध में भारतवर्ष के 35000 स्टेशन मास्टर गुरुवार को प्रत्येक मंडल कार्यालय के सामने एक दिवसीय भूख हड़ताल करके छठवें चरण का विरोध किया। प्रथम चरण में एस्मा के पदाधिकारियों द्वारा रेलवे बोर्ड के अधिकारियों को ई-मेल भेजकर के विरोध जताया गया। दूसरे चरण में पूरे भारतवर्ष के स्टेशन मास्टरों ने 15 अक्टूबर को रात्रि ड्यूटी शिफ्ट में स्टेशन पर मोमबत्ती जलाकर के विरोध प्रदर्शन किया गया,तीसरे चरण का विरोध प्रदर्शन ट्रेन संचालन को सुचारू रूप से रखते हुए 20 अक्टूबर से 26 अक्टूबर तक 1 सप्ताह तक काला बैज लगा कर के ट्रेन संचालन किया गया, चौथे चरण का विरोध प्रदर्शन ट्रेन संचालन को सुचारू रूप से रखते हुए 31 अक्टूबर को पूरे भारतवर्ष के स्टेशन मास्टर एक दिवसीय भूख हड़ताल पर रहे, पांचवें चरण में 25 नवंबर को प्रत्येक मंडल कार्यालय के सामने धरना प्रदर्शन किया गया। लेकिन प्रशासन ने अभी भी स्टेशन मास्टरों के हित मे निर्णय नहीं लिया है और नवंबर माहा से भुगतान होने बाले नाइट ड्यूटी एलाउंस मैं कटौती कर दी गई है। अब छठवें चरण में भारतवर्ष के प्रत्येक मंडल कार्यालय के सामने एक दिवसीय भूख हड़ताल किया गया। 35000 स्टेशन मास्टर ऑन ड्यूटी एवं ऑफ ड्यूटी प्रत्येक मंडल कार्यालय के सामने ट्रेन संचालन को सुचारू रूप से रखते हुए एक दिवसीय भूख हड़ताल किया। अगर इस आदेश को प्रशासन के द्वारा रद्द नहीं किया गया तो सातवें चरण के विरोध का तरीका और भी ज्यादा कठिन हो सकता है। उन्होंने कहा कि आदेश अभी हाल ही में रेलवे बोर्ड के द्वारा जारी किया गया है। इससे पूर्व भी नाइट ड्यूटी का पत्र रेलवे बोर्ड के द्वारा ही पत्र संख्या 36/2018 दिनांक 8 मार्च 2018 को जारी किया गया था, जिसमें किसी भी प्रकार का विचाराधीन मामला नहीं बताया है। जबकि जो वर्तमान में पत्र जारी किया गया है। उसकी लागू होने की तिथि एक जुलाई 2017 दी गई है। जिसका कोई औचित्य नहीं है। पत्र 2018 में लागू होने के बाद रेलवे बोर्ड ने 1 जुलाई 2017 से नाइट ड्यूटी का एरियर भी कर्मचारियों को दिया है जो कैटेगरी संरक्षा के साथ अनवरत रूप से नाइट ड्यूटी करती हैं। उनके साथ ऐसा व्यवहार रेलवे प्रशासन के द्वारा संरक्षा के साथ खिलवाड़ है। ऑल इंडिया स्टेशन मास्टर एसोसिएशन ऐसे आदेशों का वैधानिक तरीके से घोर विरोध करता है। प्रशासन को चेतावनी देता है की इसके बाद भी प्रशासन के द्वारा यह आदेश वापस नहीं लिया गया तो आंदोलन तेज किया जाएगा। जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी रेल प्रशासन की होगी। कोरोना के संबंध में सरकार के सभी दिशानिर्देशों का पूर्ण पालन किया गया। इस मौके पर आसनसोल मंडल कार्यकारणी कमेटी के डीपी राजीव कु साह, डीएफएस
अनिमेष कुमार, डीएएस शिवचरण सरकार, जेडएफएस पवन कुमार, बीएस ओमप्रकाश, बीएस सुबोध कुमार, बीपी
शंकर शैलेश,बीएस बलबीर कुमार सहित अन्य उपस्थित थे।
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तीन सूत्री मांगों को लेकर एक दिवसीय भूख हड़ताल पर ऑल इंडिया स्टेशन मास्टर एसोसिएशन
- HIND SAMBAD
- January 21, 2021
- 5:29 pm