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सायनी घोष को चुनाव प्रचार में विवादों का सामना करना पड़ा सायनी घोष ने विवेकानंद की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया

हिन्द संबाद बर्नपुर संबाददाता । आसनसोल दक्षिण विधानसभा के तृणमूल कांग्रेस की उम्मीदवार सायनी घोष को दूसरे दिन मंगलवार को चुनाव प्रचार में विवादों का सामना करना पड़ा। मंगलवार को एक सामूहिक कार्यक्रम में बर्नपुर अपने समर्थकों के साथ पहुंची। उन्होंने बर्नपुर स्टेशन के पास एक कार्यक्रम में हिस्सा ली। उसके बाद वह विवेकानंद की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने गयी।परन्तु बर्नपुर स्वामी विवेकानंद जन्मोत्सव समिति नामक एक संगठन ने सुबह फैसला किया कि सायनी घोष को विवेकानंद की मूर्ति पर माल्यार्पण करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। इसलिए वे मूर्ति के सामने एकत्रित हो गए। खबर मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। आरोप है कि पुलिस ने सामिति के लोगों पर लाठी चार्ज कर भीड़ को हटाया। गेट का ताला तोड़ करने के बाद सायनी घोष ने विवेकानंद की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। विवेकानंद जन्म उत्सव सामिति के संस्थापक साधु चक्रवर्ती ने कहा कि सायनी घोष को माल्यार्पण करने नहीं दिया जा रहा था, क्योंकि वह हिंदू धर्म का अपमानित की थी। देश सर्वधर्म सामान लोगों को लेकर चलता है। लेकिन पुलिस ने उन्हें जबरन हटाया।
ट्रायल कार्यकर्ताओं ने ताला तोड़ा और अंदर जाने के लिए मजबूर किया। हालांकि, तृणमूल के राज्य सचिव वी शिवदासन दासु ने आरोपों को आंशिक रूप से स्वीकार करते हुए कहा कि विवेकानंद किसी की एकमात्र संपत्ति नहीं है।सीपीएम और बीजेपी इस तरह के आयोजन के लिए मिलकर काम कर रहे हैं। समिति के सदस्यों ने सायनी घोष के द्वारा विवेकानंद की प्रतिमा पर चढ़ाई गई माला को समिति के सदस्यों ने माला को उतार कर गली में फेंक दिया। पूरी प्रतिमा को गंगाजल से शुद्धिकरण किया गया। इस घटना के मद्देनजर, वी शिवदासन ने कहा कि यह उनकी संस्कृति थी। न केवल यहां बल्कि पैदल रैली करने के साथ सैकड़ों बाइक का जुलूस चुनाव नियमों का उल्लंघन है। इसे देखते हुए, वी शिवदासन दासु ने कहा कि सभी को अपनी बाइक पार्क करने और पैदल जाने के लिए कहा गया था। कौन क्या बोलता है। उसे नहीं देखना है। देश के प्रधानमंत्री, केन्द्री गृहमंत्री भी बहुत कुछ बोलते है।
दिलीप घोष ने भी मां दुर्गा के संबंध में आपत्तिजनक बातें कही थी।सायनी घोष को जनता वोट देकर जिताएगी एवं ममता बनर्जी को तीसरी बार मुख्यमंत्री बनाएगी। वहीं उम्मीदवार सायनी घोष ने कहा कि भाजपा और माकपा के पास अभी चुनाव लड़ने की कोई मुद्दा नहीं है। कौन क्या कहता है, उसपर ध्यान नहीं देना है। राज्य की मुख्यमंत्री विकास की राजनीति करती है। आगमी विधानसभा चुनाव में फिर से ममता बनर्जी को तीसरी मुख्यमंत्री बनाना है। माला हटाने वाले लोगों जनता नकार देगी।

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