Share on facebook
Share on twitter
Share on whatsapp
Share on email

प्रिंट मीडिया पर बढ़ते आर्थिक संकट व दिन पर दिन उलझते इस सवाल

हिन्द संबाद आसनसोल संवाददाता। प्रिंट मीडिया पर बढ़ते आर्थिक संकट व दिन पर दिन उलझते इस सवाल को लेकर अब इस क्षेत्र से जुड़े लोगों में निराशा का माहौल गहराने लगा है क्योंकि उन्हें वुछ भी नजर नहीं आ रहा है। इस क्षेत्र से जुड़े लोगों का कहना है कि उनके सामने सबसे बड़ा सवाल अभी भी यही है कि वह करें तो करें क्या उनके पास कोईं विकल्प नहीं है। वह इस दौर में क्या करें उन्हें समझ नहीं आ रहा है। समाचार पत्र जगत से जुड़े लोगों का कहना है कि हमारी कईं-कईं पीढ़ी इसी व्यवसाय से जुड़ी हुईं हैं। इसके अलावा हमने वुछ नहीं किया। इस दौर में हम दूसरा काम करने की सोच भी नहीं सकते हैं। उनका कहना है कि वह कहते आ रहे हैं कि उनके लिए यह क्षेत्र उदृाोग नहीं पवित्र मिशन है। उनका कहना है कि इस मामले में सरकार को अभी भी सोचना चाहिए कि वह किस गलत दिशा में जा रही है और उसे इसमें सुधार करना चाहिए। प्रिंट मीडिया पर बढ़ते आर्थिक संकट व दिन पर दिन उलझते इस सवाल को लेकर अब इस क्षेत्र से जुड़े लोगों में निराशा का माहौल गहराने लगा है क्योंकि उन्हें वुछ भी नजर नहीं आ रहा है। इस क्षेत्र से जुड़े लोगों का कहना है कि उनके सामने सबसे बड़ा सवाल अभी भी यही है कि वह करें तो करें क्या उनके पास कोईं विकल्प नहीं है। वह इस दौर में क्या करें उन्हें समझ नहीं आ रहा है। समाचार पत्र जगत से जुड़े लोगों का कहना है कि हमारी कईं-कईं पीढ़ी इसी व्यवसाय से जुड़ी हुईं हैं। इसके अलावा हमने वुछ नहीं किया। इस दौर में हम दूसरा काम करने की सोच भी नहीं सकते हैं। उनका कहना है कि वह कहते आ रहे हैं कि उनके लिए यह क्षेत्र उदृाोग नहीं पवित्र मिशन है। उनका कहना है कि इस मामले में सरकार को अभी भी सोचना चाहिए कि वह किस गलत दिशा में जा रही है और उसे इसमें सुधार करना चाहिए।प्रिंट मिडिया के लिए 15 अगस्त 26 जनवरी , 2 अक्टूबर , भगत सिंह जयंती शिक्षा दिवश आदी ऐसे कई दिवश है जो अख़बार वालो को इंतज़ार रहता था की इन दिवाशो का क्यों की सरकारी बे सरकारी संसथान और राजनैतिक पार्टयों के नेताओ के द्वारा बिज्ञापन की अशरा रहता था जो एक उत्सव के तरह होता था पर अब ये माहौल बदल गया और अख़बार के लोगो के लिए गमगीन वक़्त ा गया है आसनसोल में ईस्टर्न कोल् फील्ड लिमिटेड , बर्नपुर स्टील प्लांट , कुल्टी कारखाना ,नगर निगम जितने भी संसथान है वो अख़बार वालो से मुँह मोर्ड लिया है इस कारण प्रिंट मीडिया पर बढ़ते आर्थिक संकट के बादल मडरा रहे है। साभार कार्टून का इरफ़ान

Latest News