हिन्द संवाद आसनसोल प्रतिनिधि– मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और स्वास्थ्य उच्च अधिकारी को फिरोज़ खान द्वारा एक पत्र भेजा गया। पत्र में आसनसोल जिला अस्पताल के कर्मचारी और नर्सों के रुड़ व्यवहार और हॉस्पिटल के कुछ समस्याओं ब स्पेशली की कमी को लेकर काफी समस्याओं का उजागर किया है, जैसे दवाइयां, डायग्नोस्टिक सेंटर साथ ही साथ 24 घंटा क्रोमा केयर सर्विस अथवा 70% तक दवाओं में छूट देने का भी मांग की है। मगर अफसोस की बात है कि इतना कुछ हॉस्पिटल मैं डेवलपमेंट और फैकेल्टी इसके बाद भी आसनसोल जिला अस्पताल के कर्मचारी, नर्स और सिक्योरिटी गार्ड द्वारा मरीजों के परिवारों के साथ बहुत रूड़ व्यहवार किया जाता है, वह लोग हमेशा गुस्से में और बदतमीजी से बात करते हैं। मरीज़ और मरीज़ के परिवार तो पहले से ही बीमारी से परेशान रहते हैं वहीं ये लोग आश्वासन देने के बजाय इनके साथ रूढ़ व्यवहार किया जाता है। मरीज और उनके परिवार वालों को कोई भी बात का सही जवाब तक नहीं दिया जाता है। यह समस्या का जल्द से जल्द दूर किया जाए इसके अलावा आसनसोल डिस्टिक आसनसोल जिला अस्पताल हो गया है मगर आज भी यहां सीरियस मरीज कोई को होने पर तुरंत बर्दवान हॉस्पिटल भेजा जाता है।
फिरोज खान ने बताया कि जब यहां डिस्टिक हॉस्पिटल और इतना बड़ा बिल्डिंग और सुपर स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल बन गया है तो फिर मरीज और आम लोगों दूसरे जिला क्यों जाए यही हॉस्पिटल जो काटलोजी और न्यूरोलॉजी के डॉक्टर की कमी है इसको पूरा किया जाए और साथ ही साथ और जो कुछ डायनेस्टिक मशीन की जरूरत है तो उसको जल्द से जल्द पूरा किया जाए जिससे यहां के लोगों को सारा ट्रीटमेंट यहीं पर हो जाए और उनको परेशानी होने नहीं पढ़े दूसरी एक और मुख्य समस्या यह है कि आसनसोल जिला अस्पताल के डॉक्टर मरीजों को सही तरह से ध्यान और समय नहीं देते हैं और ऑपरेशन के लिए लंबी-लंबी डेट देते हैं। वही डॉक्टर अपने प्राइवेट चेंबर और नर्सिंगहोम में मरीजों से मोटी रकम लेकर तुरंत अच्छा इलाज भी करते हैं। गवर्नमेंट को खास ध्यान देना होगा जिससे गरीब लोगों का यही हॉस्पिटल में अच्छा से अच्छा इलाज हो और डॉक्टर खास ध्यान दें और काम समय में ट्रीटमेंट ऑपरेशन भी करें।
पीस इंडिया इंटरनेशनल एनजीओ के संस्थापक ब चेयरमैन फिरोज खान और अध्यक्ष प्रदीप प्रसाद ने बताया कि हम लोगों को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर पूरा भरोसा है वह यह सारे समस्याओं को जल्द से जल्द रास्ता निकालेंगे जिससे आम लोगों का इलाज में आसानी हो।