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दुर्भाग्य की बात है कि दूसरों की समस्या का समाधान करवाने वाले वकील आज खुद आर्थिक समस्या से ग्रस्त हैं

हिन्द संबाद आसनसोल इम्तियाज़ खान : वैसे तो कोविड के कारण गरीब-अमीर हर छोटे-बड़े व्यापारी-कारोबारी पर आर्थिक तंगी का अशर पड़ा है। कोविड के कारण वकीलों को भी आर्थिक संकट से जूझना पड़ रहा है । आसनसोल बार असोसिएशन के अध्यक्ष श्री राजेश तिवारी ने उपरोक्त जानकारी देते हुए हिन्द संबाद को बताया कि कोविड़ के कारण पिछले करीब डेढ़ वर्ष से अदालतों में कामकाज ठप है । केवल बेल मेटर और स्टे के मामले ही कोर्ट में स्वीकार किए जा रहे हैं 13B 125 भरण पोषण जैसे जो आपसी समझौता का मामला । वहां भी बड़े और पहुंच वाले वकीलों का ही बोलबाला ज्यादा रहता है । अदालतों में काम काज न होने से वकीलों को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है आसनसोल कोर्ट के वकीलों में से कोरोना काल में दर्जनों वकील भी इस दुनिया को छोड़ गए जिनमे वशीम घटक , त्रिलोचन मुखर्जी का तो उम्र हो गया था और वो काफी पहले ही दुनिया को अलबिदा कह गए इन जैसे बरिष्ठ वकीलों का जाना आसनसोल कोर्ट के लिए अपूर्णीय नुकसान था वही कोरोना काल में भी कुछ वकीलों का जाना जैसे कलीराम मुखर्जी ,समीर भट्टाचार्य जैसे वकीलों का दुनिया छोड़ कर जाना ये कोर्ट के लिए गमगीन है । उधर दिल्ली से भी हमारे संबाददाता ने रोहिणी बार एसोसिएशन के अध्यक्ष सीनियर एडवोकेट इन्द्र सिंह सरोहा से कोरोना काल में आर्थिक संकट के बारे में बात की तो उन्होंने कहा की जिस तरह पूरी दुनिया कोरोना के कारण परेशान है उसी तरह हमारे कोर्ट के वकीलों का भी वही हालत है कोई भी सुखी नहीं है दिल्ली और आसनसोल में लगभग एक ही हालत है वकीलों का, दिल्ली से वकील इमरान अज़ीम ने बताया कि इस आर्थिक संकट के दौर में दिल्ली से लेकर राज्यों तक वकीलों के हालत अच्छे नहीं है व केन्द्र सरकार से वकीलों को किसी प्रकार की सहायता नहीं की। केवल दिल्ली बार काउंसिल ने ही वकीलों की कुछ मदद की थी। वकीलों के बैठने की व्यवस्था भी उन्होंने जैसे-तैसे खुद ही कर रखा है बांस की दिवार छप्पर टाली की या प्लाष्टिक की एक बार रूम का ऑफिस बना । इन्द्र सिंह सरोहा ने कहा कि एक दुर्भाग्य की बात है कि दूसरों की समस्या का समाधान करवाने वाले वकील आज खुद आर्थिक समस्या से ग्रस्त हैं। अगर कुछ दिन और ऐसा ही चलता रहा तो वकीलों के भूखे मरने की नौबत आ जाएगी। उल्लेखनीय है कि इन्द्र सिंह सरोहा इस समय तीसरी बार दिल्ली के रोहिणी बार एसोसिएशन के अध्यक्ष हैं। तीस हजारी कोर्ट के भी उपाध्यक्ष रह चूके हैं। इन्द्र सिंह सरोहा ने बताया कि उन्होंने कोर्ट परिसर में कोविड की जांच और वैक्सीनेशन की व्यवस्था भी कर रखी है। उन्होंने कोर्ट परिसर में आने वाले सभी लोगों से फेस मास्क जरूर लगाने का अनुरोध भी किया है।रही आसनसोल कोर्ट की बात तो हमारे मन में वक़्त वकीलों की समस्या को लिखने का मन किया जब नियामतपुर फाड़ी के तत्कालीन प्रभारी पलाश मंडल ने एक वकील को नमूना कहकर पुकारा था वो वकील वहां जाते है की फाड़ी से ही कुछ काम मिल जाये। इसी आसनसोल कोर्ट परिसर में प्रेक्टिस करने वाले राज्य के मंत्री मलय घटक ने वकीलों की बातो को ध्यान से सुनते है और हर संमस्याओ का समाधान करने की कोशिस करते है ये बाटे आसनसोल बार असोसिएशन के अध्यक्ष श्री राजेश तिवारी ने कहा की मलय दा आसनसोल कोर्ट के हर वकीलों बार असोसिएशन के हर पहलु पर ध्यान देते है और समाधान करते है इसी कोर्ट में प्रेक्टिस करने वाले कई लोग बिधायक, पार्षद बने और सबसे बड़ी बात की आसनसोल शहर को दो मेयर इसी कोर्ट ने दिया श्री तापस बनर्जी और श्री जीतेन्द्र तिवारी बिधायक के साथ साथ शहर के महानगरिक के पद को सु सोभित किया और अब उन लोगो से ये उम्मीद की जा रही है की इस कोरोना काल के संकट के घडी में आसनसोल के वकीलों की समस्याओ को केंद्रित कर सरकार की ध्यान इस आर आकर्षित करेंगे जिससे सरकार बार असोसिएशन को विशेष पैकेज प्रदान करे।

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