इम्तियाज़ खान
आसनसोल ।पत्रकारिता से अपने करियर की शुरुआत करने वाले और भारत रत्न पाने वाले अटल बिहारी वाजपेयी बहुत अच्छे कवि भी थे। भले ही आज वह हमारे बीच न हो पर उनके अनमोल विचार हमेशा हमें जीवन में आगे बढ़ने की हिम्मत देते हैं। तो चलिए आपको इन महान प्रेरक के विचारों के बारे में बताते हैं। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार को कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को शीतयुद्ध के बाद की दुनिया के बारे में व्यापक समझ थी जो भारत के लिए अपने संबंधों को नए सिरे से स्थापित करने और अमेरिका के साथ संबंधों की नयी शुरुआत करने में सहायक रही। दिवंगत वाजपेयी की 96वीं जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए जयशंकर ने कहा कि दिग्गज नेता ने विभिन्न क्षेत्रों और महादेशों तक गर्मजोशी से पहुंच बनाई जिसने भारत के लिए यूरोप, अफ्रीका, लातिन अमेरिका और आसियान के देशों सहित भारत के संपूर्ण विदेशी संपर्कों के विस्तार का आधार तैयार किया सात सात उन्होंने पड़ोसी देसो से भी संपर्क मधुर किया बाजपाई जी ने पुरानी कड़वाहट को दर किनार कर पकिश्तान से रिश्ते अच्छे बनाये जब पहली बार वो विदेश मंत्री बने थे तब उनकी विदेश निति की सराहना पूरी दुनिया में हुई थी बाजपेयी जी जब बिपच्छ के नेता थे तब वो भारत सर्कार का नूतृत्वा कर यूनाइटेड नेशन में अपने बक्तब्य में ऐसा भाषण दिया की पूरी दुनिया तक ताकि लगा क्र उनकर भाषण को सुन कर ताजूब करने लगे की बिपच्छ के नेता भी सर्कार की आवाज बुलंद क्र रहे है और भारत की साहित्य संस्कार की बखान किया तत्कालीन प्रधान मंत्री श्रीमती इंद्रा गाँधी ने भी खूब तारीफ की थी बाजपेयी जी ने अनेकता में एकता को महत्वा दिया प्रधान मंत्री बनने के बाद भी चतुर्भुज योजना के तहत नेशनल हाइवे का विश्तार किया और परिवहन ब्यावश्ता को सुचारु किया और पड़ोसियों से सम्बन्ध अच्छे बनाये दिल्ली से लाहोर बस चलकर दोश्ती का हाथ बढ़ाया और पूरी दुनिया को यह सन्देश दिया की हम भारत वासी दोषतना ब्यवहार चाहते है बाजपेयी जी की महत्वपूर्ण योजना था की नदियों को नदियों से जोड़ना पर ये काम अब मौजूदा प्रधानमंत्री मंत्री नरेंद्र मोदी की जिम्मेवारी जो गई है ।हम अहिंसा में आस्था रखते हैं और चाहते हैं कि विश्व के संघर्षों का समाधान शांति और समझौते के मार्ग से हो।भारत के पूर्व प्रधानमंत्री और दिग्गज राजनेता अटल बिहारी वाजपेयी एक कवि हृदय व्यक्ति थे.राजनेता होने के बावजूद होने अपने हृदय में कविता जैसी कोमल अभिव्यक्ति के लिए जगह बनायी