हिन्द संबाद ,बीरभूम संबाददाता । आँख बंद डिब्बा गायब ये ही कहावत बीरभूम में सटीक बैठ रहा है पश्चिम बंगाल में 29 अप्रैल को होने वाले आखरी दफा के चुनाव से पहले बीरभूम जिले के तृणमूल अध्यक्ष अणुव्रत मंडल और चुनाव आयोग के अधिकारियों के बीच लुकाछिपी का खेल चल रहा है। दरअसल चुनाव आयोग ने अणुव्रत मंडल को मंगलवार (27 अप्रैल) शाम पांच बजे से 30 अप्रैल की सुबह सात बजे तक निगरानी में रखने का निर्देश दिया है । उसी के मुताबिक सेंट्रल फोर्स की एक टीम, चुनाव आयोग के अधिकारी और कैमरामैन अणुब्रत मंडल पर नजर रख रहे थे। बुधवार सुबह जब वह अपनी गाड़ी लेकर बाहर निकले तो सेंट्रल फोर्स की टीम भी उन पर नजर रखने के लिए साथ थी। लेकिन थोड़ी दूर जाने के बाद ही कथित तौर पर अणुब्रत मंडल की गाड़ी सड़क पर अचानक नज़रो से ओझल होकर कहीं लापता हो गई। इसके बाद सेंट्रल फोर्स की टीम चुनाव आयोग के अधिकारी और कैमरामैन उन्हें तलाशने के लिए सभी सड़कों की चक्कर लगा रहे हैं।दूसरी तरफ अणुव्रत मंडल जगह-जगह जाकर तृणमूल नेताओं के साथ मीटिंग कर रहे हैं।
आयोग के अधिकारियों का कहना है कि अणुव्रत मंडल से उनकी गाड़ी करीब 200 मीटर की दूरी पर थी और भीड़ की वजह से वह कहां चले गए पता ही नहीं चला। आरोप है कि बार-बार फोन करने पर अनुव्रत का फोन बंद है और पुलिस ठिकाना भी नहीं बता पा रही है। उन्हें ढूंढा भी नहीं जा पा रहा है।जबकि जगह-जगह वह पार्टी और नेताओं के साथ मीटिंग कर रहे हैं जो आचार संहिता का उल्लंघन तो है ही साथ ही चुनाव आयोग द्वारा निगरानी के आदेश की भी धज्जियां उड़ने का प्रमाण है। अनुब्रत मंडल प्रसिद्ध तारापीठ मंदिर में पूजा करते भी देखे गए।
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