हिन्द संवाद, कुल्टी (साबिर अली)– आसनसोल नगरनिगम की प्रशासकीय बोर्ड सदस्य सह पूर्व उपमेयर तबस्सुम आरा द्वारा एक कैंप में एक महिला को वैक्सीन लगाये जाने को लेकर उपजे विवाद से विरोधी दल राज्य सरकार और टीएमसी पर हमलावर हो गये है। भाजपा के बाद अब वामपंथी संगठन डी.वाई.एफ.आई और एस.एफ.आई ने अनोखा प्रदर्शन किया।
डी.वाई.एफ.आई प्रदेश अध्यक्ष मीनाक्षी मुखर्जी के नेतृत्व में कुल्टी बोरो कार्यालय के समक्ष वैक्सीन देने का नाटक किया। वहीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर भी कटाक्ष किया बामपन्थियो का ये अनोखा प्रदर्शन बहुत दिनों बाद देखने को मिला। नुक्कड़ नाटक के द्वारा लोगो को जागरूक करना बामपंथियों का पुराण परम्परा है इन्ही नाटकों के द्वारा सरकार की पोल खोलने के कारण स्वर्गीय सफ़दर हाश्मी और उनके साथियो को शहीद होना पड़ा था। नई दिल्ली में आज भी बामपंथी आंदोलन के स्मारक के रूप में शफदर हाश्मी स्मारक मौजूद है। सफदर की जनवरी 1989 में साहिबाबाद में एक नुक्कड़ नाटक ‘हल्ला बोल’ खेलते हुए हत्या कर दी गई थी। सफ़दर हाश्मी 34 साल की उम्र में उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में एक वामपंथी आंदोलन के दौरान की गई थी। अब लोगो के मन में सवाल उठेगा की कुल्टी में आसनसोल के प्रशासक के बिरूद्ध एक आंदोलन था, तो सफ़दर हाश्मी बीच में क्यों आ गए, लाज़मी सी बात है की कोई एक वामपंथी नाटककार के द्वारा दी गई रह को काफी दिनों बाद देखा गया तो एक वामपंथी नाटक के जन्म दाता की याद तो आ ही जाती है और आज कुल्टी के डी.वाई.एफ.आई प्रदेश अध्यक्ष मीनाक्षी मुखर्जी के नेतृत्व में कुल्टी बोरो कार्यालय के समक्ष वैक्सीन देने का नाटक किया गया जो लोगो को अनोखा लगा पर नाटक का इतिहास पुराण है जिसे डी.वाई.एफ.आई प्रदेश अध्यक्ष मीनाक्षी मुखर्जी के नेतृत्व में कुल्टी बोरो कार्यालय के समक्ष वैक्सीन देने का नाटक कर याद दिला दिया।
प्रदर्शन में प्रदेश अध्यक्ष मीनाक्षी मुखर्जी के साथ वामपंथी दल से देवानंद प्रशाद, विनोद सिंह, प्रणॉय विकाश धारा, अनिकेत मंडल, जुनेद खान ब अनेक वामपंथी कार्यकर्ता आदि उपस्थित थे।