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अधिवक्ता अमलान चौधरी को बेहोशी एवं खून से लथपथ हालत में थे पुलिस इसकी जांच कर रही है

इम्तियाज़ खान
हिन्द संबाद आसनसोल : पुलिस के लिए सर दर्द बनता जा रहा पॉश रिहायशी इलाका बड़े बड़े शहरो में अक्शर देखा एवं सुना जाता है की किसी एक फ्लैट में रह रहे ज़ईफ़ दम्पति को मार कर उनका सम्पति लूट कर चोरो ने हत्या कर दी ऐसे हालत महानगरों में देखा जाता है जहां लोग फ्लैट में आ कर बहार से बशते और पडोशी से भी कोई मुलाकात बात नहीं होती है यही हालात आसनसोल केहिलव्यू इलाके में देखा गया जहां दो वर्षों से बंद पड़े सुशांत चटर्जी के आवास से चेलीडांगा इलाके के निवासी अमलान चौधरी को बेहोशी के हालत में पाया गया उन्हें गुरुवार रात को बरामद किया. उनके गले की दाहिनी ओर धारदार हथियार (ब्लेड) से हमला हुआ था. जिसके बाद वे बेहोश हो गए थे. बुधवार से लापता आसनसोल अदालत के अधिवक्ता सह आसनसोल साऊथ अंतर्गत चेलीडांगा इलाके के निवासी अमलान चौधरी (32) को पुलिस ने खून से लथपथ हालत में हिलव्यू इलाके में दो वर्षों से बंद पड़े सुशांत चटर्जी के आवास से गुरुवार रात को बरामद किया. उनके गले की दाहिनी ओर धारदार हथियार (ब्लेड) से हमला हुआ था. जिसके बाद वे बेहोश हो गए थे. आशंका जताई जा रही है कि 24 घंटे तक बेहोशी की हालत में वे खाली घर में पड़े रहे थे. पुलिस ने उन्हें बरामद कर आसनसोल जिला अस्पताल में दाखिल कराया. स्थिति गंभीर देखते हुए परिजनों ने उन्हें दुर्गापुर के निजी अस्पताल में दाखिल कराया है.श्री चौधरी अबतक कुछ बयान नहीं दे पाए हैं. चिकित्सकों ने पुलिस को बताया कि जान का कोई खतरा नहीं है. स्थिति में सुधार हुआ है. अमलान उस बंद आवास में कैसे पहुंचे ? उनके साथ उस आवास में क्या हुआ ? उनके साथ आवास में कौन-कौन थे ? क्या उन्होंने आत्महत्या करने का प्रयास किया था ? इन सब सवालों पर रहस्य बरकरार है. पुलिस जांच कर रही है.अधिवक्ता श्री चौधरी चेलीडांगा इलाके में अपनी मां के साथ रहते हैं. बुधवार को वे अदालत के लिए घर से निकले और वापस लौटकर नहीं आये. उनकी मंगेतर ने गुरुवार को आसनसोल साऊथ थाने में जाकर बताया कि श्री चौधरी बुधवार से गायब हैं और उनका मोबाइल फोन भी स्विच ऑफ है. पुलिस ने उनका मोबाइल फोन का टॉवर लोकेशन निकालने का प्रयास किया, लेकिन फोन स्विच ऑफ होने के कारण लोकेशन नहीं मिल पाया. पुलिस उनकी तलाश करती रही.गुरुवार रात को सुशांत चटर्जी नामक एक व्यक्ति ने आसनसोल साऊथ पुलिस पोस्ट (पीपी) में फोन करके बताया कि हिलव्यू इलाके में उनका एक मकान है जो पिछले दो वर्षों से बंद है. स्थानीय लोगों ने उन्हें सूचना मिली है कि घर का ताला खुला है, घर में चोरी हुई है. इस सूचना के मिलते ही पुलिस श्री चटर्जी के बन्द पड़े आवास पर गयी. अंदर दाखिल होते ही पुलिस ने देखा कि खून से लथपथ बेहोश श्री चौधरी वहां पड़े हैं. उनकी सांसें चल रही थीं. गले में चोट के निशान थे. पुलिस ने उन्हें जिला अस्पताल में दाखिल किया. घरवालों को सूचित किया गया. बेहतर चिकित्सा के लिए घरवालों ने उन्हें दुर्गापुर के निजी अस्पताल में दाखिल कराया.जांच के क्रम में पुलिस ने पाया कि हिलव्यू में स्थित श्री चटर्जी के आवास का ताला तोड़ा नहीं गया था. उसे चाबी से खोला गया था. श्री चटर्जी को पुलिस ने रात को ही बुलाया. श्री चटर्जी ने पुष्टि किया कि घर में जो ताला लगा है यह उनका ताला नहीं है. उनके पुराने ताले को तोड़कर किसी ने नया ताला यहां लगाया है. उनके पास जो चाबी थी वह घर में लगे ताले से मैच नहीं खाई. पुलिस के लिए यह रहस्य बन गयी है कि घर का ताला तोड़कर, नया ताला लगाकर यहां क्या कारोबार चल रहा था ? अधिवक्ता यहां कैसे पहुंचे ? पुलिस के अनुसार बुधवार रात को नाईट पेट्रोलिंग के दौरान उक्त आवास के बाहर एक स्कूटी खड़ी थी. जिसपर अधिवक्ता का स्टीकर लगा था. पुलिस पेट्रोलिंग करके निकल गयी.नाईट पेट्रोलिंग टीम ने यह सोचा होगा की वकील का घर होगा बहार अपनी गाडी खड़ी कर घर में गया गोगा कुछ देर बाद अंदर कर लेगा इसी वाज़ेह से पुलिस की ध्यान ज़्यादा उस गाड़ी पर नहीं गया इसके अनुसार अधिवक्ता श्री चौधरी बुधवार से ही इस आवास में थे. घर का बिजली कनेक्शन भी कटा हुआ है. इस अंधेरे घर में अवैध तरीके से प्रवेश करके क्या चल रहा था? पुलिस इसकी जांच कर रही है. आसपास के काफी लोगों से पूछताछ की गई है.इस पुलिस का मानना है की इस अंधेरे घर में अवैध अंधेरे घर में अवैध धंधा तो नहीं चल रहा था पुलिस इसकी जांचमें लगी है क्या नतीजा मिलता है इसका इंतजार पुलिस महूकमा एवं बार कौंसिल को भी रहे गा यह गामामला दिसंबर के आखरी सप्ताह में हुआ था

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