हिन्द संबाद आसनसोल : बार एसोसिएशन के हॉल में हिंदी दिवस मनाया गया “एक छोटी सी पहल” संस्था की ओर से। कोर्ट मोड़ के पास बार एसोसिएशन के हॉल में हिंदी दिवस मनाया गया। मुख्य अतिथि के रूप में दुर्गापुर के राजभाषा अधिकारी कमलेंन्दू मिश्रा, बीसी कॉलेज के प्रोफेसर विजय नारायण मिश्र, शिक्षा रत्न प्राप्त अरुण कुमार, बीबी कॉलेज के प्रोफेसर डॉक्टर संजीव पांडे, हीरापुर थाना के ओसी विनय नायक मुख्य रूप से उपस्थित थे। इनके अलावा विभिन्न स्कूलों के शिक्षक एवं शिक्षिका भी मौजूद थी। मुख्य अतिथियों के द्वारा दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई। उसके बाद स्कूल के बच्चों के द्वारा हिंदी दिवस के अवसर पर कविता पाठ किया गया। संस्था की ओर से विभिन्न स्कूलों के माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक के छात्रों को हिंदी में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया। सामाजिक कार्यों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले संस्थाओं एवं लोगों को भी सम्मानित किया गया। कुल्टी मदद फाउंडेशन के रवि शंकर चौबे एवं रामाधार सिंह को भी इस अवसर पर सम्मानित किया गया। कमलेंन्दू मिश्रा ने कहा कि एक षड्यंत्र के तहत अंग्रेजों के जमाने से हिंदी को दबाया गया हमारी संस्कृति को नष्ट करने की कोशिश की गई। हिंदी हमारी मां के समान हमारी मातृभाषा है वह जैसी भी है वह हमारी है। उन्होंने एक उदाहरण दिया कि अगर किसी की मां सुंदर नहीं है तो उसको हम लोग बदलते नहीं मां केवल एक होती है और एक ही रहती है। आज हिंदी जैसी भी है वह हमारी है इसको और सुंदर सुशोभित करने का दायित्व हम सब हिंदी भाषा भाषी को है। दूसरी भाषा को भी सीखनी चाहिए उनका सम्मान करना चाहिए लेकिन हिंदी को अपनी मां के समान समझना चाहिए। मंच का संचालन ममता मिश्रा ने किया। इस अवसर पर संस्था के संचालक मनोज कुशवाहा ने कहा कि लॉकडाउन के समय से ही समाज के लिए कुछ करने की जरूरत आन पड़ी। डेढ़ साल से संस्था की ओर से बहुत सारे कार्यक्रम हुए बहुत सारे लोगों को मदद की गई। आज हम लोग हिंदी दिवस मना रहे हैं आगे भी सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़कर के हिस्सा लेंगे। संस्था को जिन लोगों ने मदद किया और जो कर रहे हैं उनको धन्यवाद दिया। इस अवसर पर मुख्य रूप से उपस्थित थे भोला सिंह, उदय भानु, संतोष भगत, मुकेश झा, अमर महतो, बिट्टू यादव, विजय प्रसाद, पप्पू श्रीवास्तव, विनय रजक, प्रेम शर्मा, पंकज चौरसिया, राजकुमार और अंजना झा।
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एक षड्यंत्र के तहत अंग्रेजों के जमाने से हिंदी को दबाया गया हमारी संस्कृति को नष्ट करने की कोशिश की गई: कमलेंन्दू मिश्रा
- HIND SAMBAD
- September 13, 2021
- 6:25 pm