चिरेका ने सर्वाधिक रेलइंजन उत्पादन आंकड़ा को पीछे छोड़ बनाया नया कीर्तिमान
500वें और 501वें WAG-9 HC TWIN लोकोमोटिव को झंडी दिखाकर किया रवाना
चित्तरंजन
भारतीय रेल की प्रमुख इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव उत्पादन इकाई चित्तरंजन रेलइंजन कारखाना (चिरेका) ने सीएलडब्ल्यू के इतिहास में पहली बार सर्वाधिक रेल इंजन का उत्पादन करते हुए उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है। चालू वित्त वर्ष में 500 रेलइंजन उत्पादन आंकड़ा को पार कर चिरेका ने एक और कीर्तिमान रचा है। जो विगत वित्त वर्ष 2021-22 में सर्वश्रेष्ठ रेलइंजन उत्पादन 486 लोको निर्माण को पीछे छोड़ते हुए अबतक का बेहतर प्रदर्शन है।
चिरेका निर्मित 500वें और 501वें TWIN रेल इंजन WAG-9 HC (नंबर 38378 और 38379) को कारखाना परिसर से श्री हितेंद्र मल्होत्रा,महाप्रबंधक की गरिमामयी उपस्थिति में जनवरी 2024 में सेवानिवृत्त हुए विभिन्न शॉपों और विभागों के वरिष्ठतम पर्यवेक्षकों और कर्मचारियों द्वारा हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया।
यह उपलब्धि चिरेका के इतिहास में अब तक का सर्वाधिक और सबसे बेहतर प्रदर्शन है,जो वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान उत्पादित 486 लोको के सर्वश्रेष्ठ उत्पादन आंकड़ा को पार कर गया है।
इस अवसर पर प्रधान विभागाध्यक्ष गण,वरिष्ठ अधिकारी,पर्यवेक्षक गण और कर्मचारी गण उपस्थित थे। यह कीर्तिमान चिरेका टीम की कड़ी मेहनत, समर्पण और योजनाबद्ध तरीके से संकल्पित प्रयास का परिणाम है। महाप्रबंधक महोदय ने इस शानदार सफलता के लिए सम्पूर्ण ‘टीम चिरेका को बधाई दी है और उन्होंने कहा कि भारतीय रेल की सभी उत्पादन इकाइयों में सबसे सर्वोत्तम गुणवत्ता प्राप्त करने का अगला लक्ष्य निर्धारित करें।