हिन्द संबाद मुंबई . बॉलीवुड के कई सितारे और गायकों को अपने बयानों की वजह से बहुत बार आलोचना और ट्रेलर्स का शिकार होने पड़ता है। इस बार मशहूर गायक और संगीतकार विशाल ददलानी अपने एक बयान की वजह से ट्रोल्स के निशाने पर आ गए हैं। साथ ही उन्हें आलोचना का भी सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने यह बयान हिंदी सिनेमा की दिग्गज गायिका लता मंगेशकर के एक गाने को लेकर दिया है। दरअसल इन दिनों विशाल ददलानी टीवी के सिंगिंग रियलिटी शो इंडियन आइडल के जज हैं। हाल ही में इस शो में एक प्रतिभागी ने लता मंगेशकर का देशभक्ति से प्रेरित सदाबहार गीत ‘ऐ मेरे वतन के लोगों’ गाया। इस गीत के बाद विशाल ददलानी ने प्रतिभागी की तारीफ की। साथ ही उन्होंने लता मंगेशकर के इस गीत के बारे में बात करते हुए तथ्यों को गलत बता दिया जिसके चलते विशाल ददलानी ट्रोल्स के निशाने पर आ गए हैं। विशाल ददलानी ने प्रतिभागी से कहा कि ‘ऐ मेरे वतन के लोगों’ गाने को खुद लता मंगेशकर ने 1947 में देश के पहले पीएम जवाहर लाल नेहरू के लिए गाया था। यह दुनिया का एकमात्र गाना है, जो सही मायनों में ऑल टाइम हिट है। लता मंगेशकर जैसा तो कोई नहीं गा सकता है। इसकी धुन भी बहुत अच्छी बनाई गई है, लेकिन आपकी कोशिश बहुत अच्छी है। गलत तथ्य बताने पर विशाल ददलानी सोशल मीडिया पर जमकर ट्रोल हो रहे हैं। कई सोशल मीडिया यूजर्स उन्हें ट्रेल कर रहे हैं ‘ऐ मेरे वतन के लोगों’ गीत को 1962 ने कवि प्रदीप ने लिखा था। इस गीत की धुन तब के मशहूर संगीतकार रहे सी. रामचंद्रन ने दी थी और लता मंगेशकर ने गाया था। कहा जाता है कि इस गीत को बनाने का मकसद उस समय जब 1962 में चीन के विश्वासघात और उससे लड़ाई में मिली हार के बाद भारतीयों का मनोबल बढ़ाना था, जो चीन के हमले और भारत की करारी हार के बाद गिर चुका था। लेकिन इंडियन आईडल के सेट पर विशाल ददलानी ने इस गीत को लेकर सभी तथ्य गलत बताए थे। अब वह सोशल मीडिया पर जमकर ट्रोल हो रहे हैं। पूर्व विदेश मंत्री दिवंगत सुषमा स्वराज के पति स्वराज कौशल ने भी विशाल ददलानी की ट्विटर पर आलोचना की है। साथ ही उन पर निशाना भी साधा है। स्वराज कौशल ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर लिखा है, ‘यह हैं म्यूजिक डायरेक्टर विशाल डडलानी। इतिहास, संगीत और भारत रत्न एवं दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मान दो-दो लोगों के बारे में उन्हें बेहद खराब जानकारी है।’ इतना ही नहीं स्वराज कौशल ने अपने दूसरे ट्वीट में ‘ऐ मेरे वतन के लोगों’ गाने के बारे में पूरी जानकारी दी है। विशाल ददलानी पर कटाक्ष करते हुए स्वराज कौशल ने अपने दूसरे ट्वीट में लिखा है, ‘लता जी का जन्म ही 1929 में हुआ था और वह 1947 में महज 18 साल की थीं। एक और ट्वीट में गाने का पूरा इतिहास बताते हुए स्वराज कौशल ने लिखा है, ‘लता मंगेशकर जी ने ‘ऐ मेरे वतन के लोगों गीत’ 26 जनवरी, 1963 को दिल्ली में गाया था। इसे कवि प्रदीप ने लिखा था। गीत को सुनने के बाद भरे गले से पंडित जवाहर लाल नेहरू ने कहा था, ‘लता बेटी, तुम्हारे गीत ने मुझे रुला दिया…।’ सोशल मीडिया पर स्वराज कौशल के यह दोनों ट्वीट सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा हैं। कई सोशल मीडिया यूजर्स और लता मंगेशकर के फैंस भी उनके ट्वीट पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
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लता मंगेशकर का देशभक्ति से प्रेरित सदाबहार गीत ‘ऐ मेरे वतन के लोगों’ तथ्यों को गलत बता दिया जिसके चलते विशाल ददलानी ट्रोल्स के निशाने पर आ ग
- HIND SAMBAD
- January 27, 2021
- 4:18 pm