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ईसीएल के जमीन और आवासों पर कब्जा किये गए अवैध कब्जा धारियों का बिजली और पानी काटा जाएगा

हिन्द संवाद कुल्टी- इसीएल के सोदपूर एरिया के अंतर्गत सीतलपुर चिनकुड़ी  मिठानि बेजड़ीह अदि जगहो पर अवैध कब्ज़ा कर घर बनाकर रह रहे है या फिर  इसीएल के क्वाटर में जबरन कब्ज़ा कर रह रहे लोगो ने, न सिर्फ रह रहे बल्कि इसीएल के ही ट्रांसफार्मा से बिजली भी उपभोग कर रहे है। जिससे  इ सी ए को हर वर्ष करोडो का नुकसान उठाना पड़ता है। गुड़ का फ़ायदा चींटी चाट जाती है वाली कहावत है मनुष्य के रूप में हम एक ऐसी प्रजाति हैं जो सब कुछ गारंटीशुदा मानकर चलता है और हमने जिस लापरवाही के साथ प्राकृतिक संसाधनों का दोहन किया है उससे ये बात एकदम स्पष्ट है कि हमने विकास के नाम पर किसी चीज को बख्श़ा नहीं है. बात चाहे कोयला की हो या प्राकृतिक गैस अथवा सरकार  द्वारा जितनी भी सुविधा  दी जय लोग और भी उपभोग करने की लालसा रखते है  इसी कारण तो इ सी एल के सम्पति पर अपना अधिकार जमाते हुए अवैध कब्ज़ा कर रहे है जिससे इ सी एल को काफी नुकसान उठाना पद रहा है इस कारण सोदपुर प्रबंधक द्वारा उठाये गए कदमो का विरोध स्थानीय राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों ने किया पर वो लोग तो राजनैतिक कर रहे है उनके भाषणों में राष्ट्रीयवाद की जिक्र तो बार बार अत है लेकिन राष्ट्रया सम्पति का जो नुकसान हो रहा है व उनके समझ में नहीं आता आवासों को अवैध अतिक्रमणकारीयों  बढ़ता गया और राजनैतिक  संरक्षण  भी अवसरवादियों को मिलता गया, लेकिन राष्ट्रीय सम्पति की चिंता किसी भी राजनैतिक दलों को नहीं था इसी कराण  सैकड़ों आवास अवसरवादियों की भेंट चढ़ गई जो अब सोदपुर  एरिया प्रबंधन द्वारा लिया गया फैसला की अतिक्रमण को हटाने के लिए कुछ दिनों पहले  नोटिस भी जारी किया गया था  पर समय समय पर कुछ न कुछ अटकले अति गई और प्रबंधन को भी वक़्त के हिसाब से काम करना पड़ा  लेकिन मज़ाल है की रेल के जगहो पर कोई कब्जा जमा लिया हो या फिर डीवीसी आवासों को कोई भी कब्ज़ा कर ले  तुरंत  उनके ऊपर कब्जाधारियों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज किया जाता है और उचित कारवाही कर अपनी सम्पति को सुरक्षित कर लिया जाता है परइ सी एल में राजनैतिक संरक्षण के वजह से आवास और जमीनों पर अतिक्रमण तथा अवैध कब्जा जमाये बैठे है और बिजली का भी सुख भोग रहे है लेकिन सोदपुर एरिया  प्रबंधन से मिली जानकारी के अनुसार जल्द ही कब्जाधारियों के विरुद्ध नोटिस जारी किया जाएगा तथा तत्पश्चात सूचीबद्ध नामों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज किया जाएगा। हालांकि पूरे प्रकरण में इस बार प्रबंधन ने पूर्ण रूप से कमर कस ली है।

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