Share on facebook
Share on twitter
Share on whatsapp
Share on email

दल बदला तो नज़रिया भी बादल गया भाजपा में आने के बाद दुकान अवैध कब्ज़ा नज़र आने लगा

हिन्द सम्बाद आसनसोल कुल्टी संबाददाता । पश्चिम बंगाल के आसनसोल नगर निगम के डिशेरगढ़ में ईसीएल के जमीन पर कब्जा करने के मामला में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर अभद्र टिप्पणी बीजेपी नेता अभिजीत आचार्य पर लगा है सोमवार के देर रात आसनसोल नगर निगम के पूर्व उप मेयर तबस्सुम आरा ने और कुल्टी ब्लॉक अल्पसंख्यक तृणमूल कांग्रेस के अध्यक्ष अमजद अंसारी कुल्टी ब्लॉक के वरिष्ठ नेता बच्चू राई कुल्टी तृणमूल युवा नेता मोबीन अंसारी राजा टीएमसी राज्य नेता विश्वजीत मुखर्जी कुल्टी थाना पहुंचे यहां पर भाजपा नेता अभिजीत आचार्य उर्फ बप्पा पर राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर अब शब्द और गाली देने का आरोप लगाते हुए प्रथिमिक दर्ज की गया टीएमसी नेता व कार्यकर्ता लोगों की मांग है कि अभिजीत आचार्य को जल्द से जल्द सलाखों का पीछे किया जाए क्योंकि उन्होंने हमारे मुख्यमंत्री के साथ एक महिला को अपमान किया है और दंगा भड़काने का कोशिश की है तबस्सुम आरा का कहना है यदि पुलिस अभिजीत आचार्य को गिरफ्तार नहीं करती है तो वह लोग इस मामले को लेकर ऊपर तक करवाई करेंगे गौर तलब है की जिस दिन ईसीएल के जमीन पर कब्जा करने के मामला उठाया गया उस दिन रबिवार था सावन महीना का सोमवारी होने के वजह से शिव भक्तो का दामोदर से जल उठाने का दिन था इसी का फ़ायदा उठा कर अभिजीत ने इस मामले को उठाया और माहौल खराब करने का काम किया ये तो स्थानीय लोगो एवं पुलिस की तात्पर्यता से माहोल नहीं बिगड़ा सूत्रों से जानकारी मिली की कावड़ियों पर पथराव करा कर एक विशेष समुदाय को बदनाम करने का था पर उनके मनसा पर पानी फिर गया वह पर ईसीएल के जमीन पर कब्जा करने का मामला कोई नया नहीं है ये तो कई साल से होता आ रहा है और अभिजीत ने ही तृणमूल में रहते हुए अपने समर्थको को कब्ज़ा करने में मदद की थी लेकिन अभिजीत के भाजपा में आने के बाद वह लोगो का दुकान अवैध कब्ज़ा नज़र आने लगा और गावं के लड़कियों को टॉन्टिंग लगने लगी पहले अभिजीत तृणमूल में था तो सब वही लोग शरीफ थे अब अभिजी के भाजपा में जाने पर वही लोग पत्थरबाज टोंटिंगबाज हो गए दल बदला तो नज़रिया भी बादल गया.अभिजीत को किसी विडिओ में साफ साफ सुना जा सका है की आगुंन लागिये देबो कहते हुए देखा और सुना गया है तो क्या पुलिस अभिजीत के लगाए आग को बुझा पायेगी ?