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चिरेका प्रबंधन ने अतिक्रमण हटाओ अभियान में भाजपा पार्टी कार्यालय छोड़ गरीबों के घरों को तोड़ा

चिरेका प्रबंधन ने अतिक्रमण हटाओ अभियान में भाजपा पार्टी कार्यालय छोड़ गरीबों के घरों को तोड़

चित्तरंजन
चित्तरंजन रेल कारखाना प्रबंधन द्वारा अतिक्रमण हटाओ अभियान के दूसरे दिन मंगलवार दोहरी नीति देखी गई, चिरेका प्रबंधन ने सिमजूरी इलाके में सड़क संख्या 89 के समीप चिरेका की जमीन पर अवैध रूप से अतिक्रमण कर रह रहे करीब 46 घरों को जेसीबी से जमीनदोज कर दिया , वही आरोप है कि इस दौरान भाजपा पार्टी कार्यालय एंव नेता के घर को छोड़ दिया गया। कारवाई के बाद बेघर परिवार ने बताया कि वे कई वर्षों से क्षेत्र में रह रहे थे, अचानक घर से बेघर हो कर दिया गया। अब वे कहा जाये , उनके पास घर बजी नही है और अब कोई आस भी नही है।
मामले में तृणमूल कांग्रेस नेता भोला सिंह ने आरोप लगाया कि केन्द्र सरकार के इशारे पर चिरेका प्रबंधन शीतकाल में गरीबों को घर से बेघर कर रही है वही हमारे विधायक बिधान उपाध्याय के निर्देश पर उन बेघरों को तत्काल हिंदुस्तान कैबल्स के बंद पड़े होस्टल एंव स्कूलों में रहने, खाने की व्यवस्था की गई है । बीते सोमवार को 31 परिवारों को शरण दिया गया है, आगे भी बेघरों की सहायता के लिये विधायक के निर्देश पर तृणमूल कांग्रेस आगे आयेगी। उन्होंने ने आरोप लगाया कि शीतकाल में चिरेका गरीब परिवार को घरों से बेघर कर रही है जो कि निंदनीय है , वही भाजपा पार्टी कार्यालय को छोड़ दिया गया इससे साफ है की चिरेका प्रबंधन किस नीति से कार्य कर रही है। गरीब परिवार एकाएक उक्त स्थान पर नही रहने लगे आज से 40 वर्षो से वहाँ गरीब परिवार रह रहे है। ऐसे में अचानक उन्हें हटा देना सही नही है। कम से कम उन गरीब परिवारों को शीतकाल बीतने तक का समय देना चाहिये। 2024 में ये बेघर जनता भाजपा को जवाब देगी और भाजपा को यहाँ शून्य कर देगी।
वही मामले में सभी आरोपो का जवाब देते हुये चित्तरंजन भाजपा नेता शंकर तिवरी ने कहा कि क्षेत्र स्थित अन्य संगठनों के पार्टी कार्यालय एंव क्लब को तोड़ा जाये , मैं स्वतः ही पार्टी कार्यालय को तोड़ दूंगा। साथ ही उन्होंने ने चिरेका प्रबंधन की कारवाई को समर्थन करते हुये कहा कि सभी को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास दिया गया है , सभी यहाँ रोजगार के लिये रह रहे है। उन्होंने ने कहा कि चिरेका प्रबंधन से एक हजार स्कवायर फिट जमीन की स्वीकृति के लेकर उन्होंने ने दो दुकान बनाई है , जिसके लिये वे प्रति माह चिरेका को भाड़ा देते है।
वही चिरेका प्रबंधन ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि आज सुबह क्षेत्र में अवैध 46 घरों को तोड़ा गया है। साथ ही भाजपा कार्यालय को नही तोड़े जाने के बिषय में चिरेका पीआरओ ने बताया कि उन्हें उक्त कार्यालय को तोड़ने की निर्देश नही मिली थी।

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